मरना है तो मर जाऊँ, पर आज, अभी कुछ कर जाऊँ, मरना है तो मर जाऊँ, पर आज, अभी कुछ कर जाऊँ,
जब जब विपदा आई है मातृभूमि पर तब तब बन शूल अरि पर बरसी है। जब जब विपदा आई है मातृभूमि पर तब तब बन शूल अरि पर बरसी है।
जो पग पग पर उसके साथ चले और नाता उससे गहरा हो... दिल का हाल सुने उसका जो पग पग पर उसके साथ चले और नाता उससे गहरा हो... दिल का हाल सुने उसका
राजा खड़ा मुस्करा रहा सिपाही सब सो गए। राजा खड़ा मुस्करा रहा सिपाही सब सो गए।
ऐ मुसाफिर जहांँ हम नहीं वहांँ जिंदगी नहीं होती। ऐ मुसाफिर जहांँ हम नहीं वहांँ जिंदगी नहीं होती।
वो रिश्ता आज मेरे ही हाथ नहीं आ रहा है ! वो रिश्ता आज मेरे ही हाथ नहीं आ रहा है !